A Chance Meeting

देखा था तुम्हे मैंने
पहचाना था तुम्हे मैंने
तुम जो यूं हैरान थे
जाना था यह भी मैंने।

अंजान नही बननां चाहा था
पर तुम्हे देख, उन यादों के साथ
वह शिकायतें भी याद आ गईं।

बहुत कुछ कहना था
इसलिए कुछ भी न कहना सही समझा।

शायद फिर दिखो कभी यूं ही
अचानक, दस साल बाद
जब वक्त के साथ
यह बैर भी बीत जाएं।

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